How To Reach Kedarnath By Train? केदारनाथ धाम जाने के लिए सभी जरुरी जानकारियाँ

How To Reach Kedarnath By Train
How To Reach Kedarnath By Train

How To Reach Kedarnath By Train: केदारनाथ धाम सनातन धर्म के चार धामों में से एक धाम है। केदारनाथ मंदिर जाने के लिए आप किसी भी ट्रेन से सीधे नही जा सकते है, क्युकी यह मंदिर 3,583 किलो मीटर की ऊचाई पर बसा है। इस धाम में भगवान शिव जी की पूजा किया जाता है।

यहाँ पर भगवान शिव के स्वंयभू रूप शिवलिंग की पूजा किया जाता है। यह धाम भारत के उत्तराखण्ड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में है। यह मंदिर गढ़वाल हिमालय में है, और मन्दाकिनी नदी के पास में ही स्थित है। यह मन्दिर सागर से लगभग 3,583 मीटर की ऊँचाई पर में है।

Kedarnath के बारे में पूरी जानकारी

How To Reach Kedarnath By Train
How To Reach Kedarnath By Train

इस धाम के लिए कोई भी सीधी ट्रेन वाहक नही है, क्यों की ये मंदिर पहाड़ो पर बसा है, यहाँ पर बर्फ से ढकी सड़के होती है। सबसे पास में कोई स्टेशन है, तो वो है ऋषिकेश स्टेशन। उसके बाद केदारनाथ धाम जाने के लिए आपको केवल सोनप्रयाग या गौरीकुण्ड तक ही सड़क से जाना होगा।

उसके बाद पैदल जाना पड़ेगा, मंदिर तक। केदारनाथ धाम के लिए कोई भी नजदीक में स्टेशन नही है। लेकिन कुछ स्टेशन ऐसे है, जिससे आप धाम के बहुत पास तक पहुच सकते है। स्टेशन से आपको बस या किसी Taxi से जाना पड़ेगा, क्यों की केवल वही तक ट्रेन से जाया जा सकता है।

Kedarnath के सबसे पास वाली स्टेशन कौन सी है

ऋषिकेश रेलवे स्टेशन केदारनाथ धाम के लिए सबसे पास वाली स्टेशन है। इस स्टेशन से धाम की दूरी लगभग 216 किलो मीटर है। अगर आप हरिद्वार रेलवे स्टेशन से जाना चाहते है, तब इसकी दूरी 240 किलो मीटर तक रह जाएगी। देहरादून रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी 270 किलो मीटर और रह जाएगी।

ऋषिकेश अपने चारों धमो का प्रवेश द्वार के नाम से जाना जाता है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन कई  बड़े -बड़े शहरो से बढ़िया से जुड़ा रहता है, इससे आपको वहा तक जाने के लिए ज्यादा परेशानी नही झेलना पड़ेगा। ऋषिकेश से केदारनाथ जाने के लिए आपको पहले सोनप्रयाग या गौरीकुण्ड जाना होगा।

ऋषिकेश से गौरी कुण्ड तक 210 किलो मीटर का सफ़र तय बस या टैक्सी से करना होगा करना। गौरी कुंड तक जाते समय बीच में ही कई बढ़िया जगहों को देखने को मिलेगा। जैसे कि ऋषिकेश, हरिद्वार, देवप्रयाग, श्री नगर, अग्त्स्मुनी, सोनप्रयाग और गुप्तकाशी जैस देखने वाले जगहों से हो कर गुजरना पड़ेगा।

How To Reach Kedarnath By Train Step by Step जानकारी

केदारनाथ धाम जाने के लिए आपको सबसे पहले ऋषिकेश तक ट्रेन से जाना होगा। उसके बाद ऋषिकेश से देवप्रयाग तक कम से कम 70 किलो मीटर तक बस या किसी टैक्सी जे जाना होगा। देवप्रयाग से श्रीनगर तक केवल 35 किलो मीटर तक का ही सफ़र है, फिर श्रीनगर से रुद्रप्रयाग के लिए भी 35 किलो मीटर की यात्रा है।

यहाँ से अगस्तमुनी तक 18 किलो मीटर और यहाँ से सोनप्रयाग तक कम से कम 40 से 45 किलो मीटर तक जाना होगा। सोनप्रयाग को गौरीकुण्ड भी कहते है। सोनप्रयाग या गौरीकुण्ड से केदारनाथ आसानी से जा सकते है, क्युकी अब केवल 16 किलो मीटर तक की ही दूरी और रह जाती है।

16 किलो मीटर को तय करना आसान काम भी नही है, देखा जय तो 16 किलोमीटर पैदल जाना बड़ी बात होती है। कुछ लोग इस दूरी को पैदल, खच्चर या हेलिकॉप्टर से तय करते है, और अपने मंजिल बाबा केदारनाथ धाम तक पहुच जाते है।

KEDARNATH DHAM के बारे में कुछ दिलचस्प बाते

HOW TO REACH KEDARNATH BY TRAIN यह जानने के लिए आपको कुछ जरुरी बातो को भी जानना चाहिए। केदारनाथ धाम क्या है, आखिर क्यों हर साल जाते है लाखो श्रद्धालु। कहा जाता है, की इस मंदिर को कुंती के पुत्रो पांडवो ने स्थापित किया था। इस मंदिर का दरवाजा साल भर में केवल 6 महीनो के लिए खुलता है। यह मंदिर लगभग 1000 से भी ज्यादा साल पुराना माना जाता है।

तब तो इतनी कोई आधुनिकता भी नही थी, फिर भी यह मंदिर इतना सुन्दर बना हुआ है। इस मंदिर के बारे में एक और भी बड़ी रोचक बाते है। एक बार 16 जून 2013 की एक रात में भीषण बाढ़ आया, खूब तेज – तेज बिजली चमक रही थी। लाखो लोगो का घर उसी बाढ़ में समा गया और हजारो लोग अपने घर से बेघर हो गये।

कई हजार लोग मर गये और सबका घर टूट का खँडहर हो गया, बहुत ज्यादा नुकसान हुआ। इन सबके बावजूद भी केदारनाथ मंदिर को छोटी सी भी चोट नही आई। जब बाढ़ आया तो ठीक उसी समय कम से कम 20 फीट ऊँचा और करीब 30 या 32 टन का एक बड़ा पत्थर मंदिर के पीछे आकर रुक गया।

इस बड़े से पत्थर ने मंदिर को बाढ़ से बचाया, और उस पत्थर का नाम भीमशिला रखा गया। इन सभी घटनाओ से शिव भक्तो में उस मंदिर के लिए और भी श्रद्धा – प्रेम और विश्वास बन गया। यह भी मानते है, की इस पत्थर को खुद भगवान शिव ने ही बचाया है।

केदारनाथ के लिए ट्रेन से कैसे जाये?

केदारनाथ धाम जाने के लिए उसके सबसे पास वाले रेलवे स्टेशन ऋषिकेश या हरिद्वार में जाना होगा। उसके बाद से ट्रेन से जाने के लिए कोई भी सुविधा नही है। यहाँ से सोनप्रयाग या गौरीकुण्ड तक बस या टैक्सी से जाना पड़ेगा। फिर इसके आगे केदारनाथ की दूरी केवल 16 कीलोमीटर ही रह जाती है, यहाँ से बस या टैक्सी नही मिलेगी। 16 किलोमीटर की दूरी पैदल, घुड़सवार, खच्चर से या हेलिकॉप्टर से जाया जाता है।

उत्तर प्रदेश से केदारनाथ धाम की दूरी कितनी है?

उत्तर प्रदेश खुद में ही एक बड़ा राज्य है, इसका क्षेत्रफल 243,286 वर्गकिमी है। लखनऊ से केदारनाथ की दूरी लगभग 765 किमी है, दूरियाँ इस बात पर निर्भर करती है की आप किस शहर से यात्रा शुरू कर रहे है। सामान्यतः यह दूरी 700 से 800+ किमी तक होती है।

निष्कर्ष

केदारनाथ धाम की यह यात्रा भले ही थोड़ी दूर लगती है, मगर वहा पर जाना लाखो भक्तो का सपना होता है।आपके राज्य या शहर से ऋषिकेश तक आपको ट्रेन की Facility मिलेगी, पर उसके आगे जाने के लिए बस, टैक्सी से औरउसके आगे पैदल, खच्चर या हेलिकॉप्टर से जाना पड़ेगा।आशा करते है,की How To Reach Kedarnath By Train के बारे में जानकर आपको अच्छा लगा होगा।